
Hindalco ने पेश की नई ब्रांड पहचान, 45,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा
हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड, जो आदित्य बिड़ला ग्रुप की प्रमुख धातु कंपनी है, ने अपनी नई ब्रांड पहचान लॉन्च की है। इस बदलाव के तहत कंपनी अब सिर्फ एक मटेरियल सप्लायर नहीं, बल्कि उन्नत तकनीकी समाधानों की प्रदाता के रूप में अपनी पहचान बनाएगी। इसी के साथ, कंपनी ने एल्युमीनियम, कॉपर और स्पेशलिटी एल्युमिना क्षेत्रों में 45,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना का ऐलान किया है।
नई ब्रांड पहचान और लोगो :-
मुंबई में आयोजित कार्यक्रम में आदित्य बिरला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिरला ने इस नए ब्रांड को पेश किया। इसमें एक नया लोगो शामिल है, जिसमें एक बोल्ड “H” डिज़ाइन किया गया है। इसके साथ ही, नया टैगलाइन Engineering Better Futures (बेहतर भविष्य के लिए इंजीनियरिंग) दिया गया है, जो कंपनी के सतत विकास (सस्टेनेबिलिटी), सर्कुलर इकॉनमी और प्रिसीजन इंजीनियरिंग के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
Hindalco का नया विजन :-
लॉन्च इवेंट में बिड़ला ने कहा, आज हिंडाल्को खुद में एक मिनी-कांग्लोमरेट है, जो 10 देशों में फैले 52 प्लांट्स के जरिए विविध उच्च-गुणवत्ता वाले उत्पाद तैयार कर रहा है। यह कंपनी वैश्विक अर्थव्यवस्था में अहम योगदान दे रही है।
हिंडाल्को के प्रबंध निदेशक सतीश पाई ने इसे कंपनी के विकास में एक महत्वपूर्ण मोड़ बताया। उन्होंने कहा कि यह परिवर्तन हिंडाल्को को एक इनोवेशन-ड्रिवन सॉल्यूशन प्रोवाइडर के रूप में स्थापित करेगा, खासतौर पर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, अक्षय ऊर्जा, ऊर्जा भंडारण, सेमीकंडक्टर और हाई-एंड इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों में।
अंतरिक्ष से ऑटोमोबाइल तक योगदान :-
हिंडाल्को पहले ही ऑटोमोबाइल, पैकेजिंग, बैटरी उत्पादन और एयरोस्पेस क्षेत्रों में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा चुका है। कंपनी ने इसरो के चंद्रयान और मंगलयान मिशन के लिए भी महत्वपूर्ण सामग्री प्रदान की है।
सस्टेनेबिलिटी पर जोर :-
हिंडाल्को ने सस्टेनेबिलिटी को अपनी रणनीति का अहम हिस्सा बनाया है। इसके तहत: भारत का पहला ई-वेस्ट रिसाइकलिंग प्लांट (बिरला कॉपर द्वारा) शुरू किया गया है।
ओडिशा में 100 मेगावॉट का अक्षय ऊर्जा प्रोजेक्ट लगाया गया है।
हिंडाल्को लगातार पांच वर्षों से S&P ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट में दुनिया की सबसे सस्टेनेबल एल्युमीनियम कंपनी बनी हुई है।
दुनिया की सबसे बड़ी एल्युमीनियम कंपनी :-
26 अरब डॉलर मूल्य की हिंडाल्को इंडस्ट्रीज एल्युमीनियम और कॉपर उत्पादन में वैश्विक स्तर पर अग्रणी कंपनी है। यह दुनिया की सबसे बड़ी एल्युमीनियम कंपनी है और भारत की सबसे बड़ी कॉपर निर्माता भी है। इसके मैन्युफैक्चरिंग प्लांट 10 देशों में फैले हुए हैं।
निष्कर्ष :-
नई ब्रांड पहचान के साथ हिंडाल्को ने एक नई दिशा की ओर कदम बढ़ाया है, जिसमें यह सिर्फ धातु उत्पादक कंपनी नहीं, बल्कि टेक्नोलॉजी-संचालित समाधान प्रदान करने वाली ग्लोबल कंपनी के रूप में उभर रही है।